परमात्मा के पुत्र प्रभु यीशु के जन्मदिन यानी क्रिसमस की तैयारियां शुरू हो गई हैं। चर्चो को भव्य तरीके सजाया-संवारा जा रहा है। कैरल का संगीत वातावरण में गूंजने लगा है और त्योहार की खुशियां बांटने घर-घर दस्तक देने का सिलसिला चल पड़ा है।
क्रिसमस है ही प्रेम और खुशियां बांटने का त्योहार, जिसका उत्साह लोगों के चेहरों पर साफ झलक रहा है। सेंट जॉन्स चर्च, सेंट फ्रांसिस चर्च, मॉरीसन मेमोरियल चर्च, सेंट थॉमस चर्च आदि में सजावट शुरू हो गई है। लाइटिंग के साथ फूलों की खुशबू से भी चर्च महकेंगे।
क्रिसमस को लेकर एक पौराणिक कथा है। कहते हंै कि परमात्मा ने मैरी नामक लड़की के पास गैब्रियल नामक दूत भेजा। गैब्रियल ने कहा कि वह प्रभु के पुत्र को जन्म देगी। इसके बाद प्रभु यीशु का जन्म हुआ। सेंट जॉन्स चर्च के पादरी जेपी सिंह बताते हैं कि क्रिसमस के दौरान प्रभु की प्रशंसा में लोग कैरल गाते हैं और घर-घर जाकर प्यार, भाईचारे और सेवा का संदेश देते हैं। लोग प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में घरों को क्रिसमस ट्री से सजाते हैं।
परमात्मा ने जनकल्याण के लिए अपने इकलौते पुत्र प्रभु यीशु को हमारे बीच भेजा था। वह दया, प्रेम, क्षमा और धैर्य के अवतार थे। उनका यही संदेश था कि मनुष्य एक-दूसरे से ऐसे ही प्रेम करे, जैसे परमात्मा ने किया है। परमेश्वर एक है और वह कभी भेदभाव नहीं करता।
मॉरीसन मेमोरियल चर्च के पादरी पीजे सिंह बताते हैं कि इन दिनों कैरल के संगीत से वातावरण आलोकित है। 24 दिसंबर की रात प्रभु के आगमन को प्रार्थना होगी और 25 दिसंबर यानी क्रिसमस के दिन प्रभु का संदेश दिया जाएगा।
क्रिसमस है ही प्रेम और खुशियां बांटने का त्योहार, जिसका उत्साह लोगों के चेहरों पर साफ झलक रहा है। सेंट जॉन्स चर्च, सेंट फ्रांसिस चर्च, मॉरीसन मेमोरियल चर्च, सेंट थॉमस चर्च आदि में सजावट शुरू हो गई है। लाइटिंग के साथ फूलों की खुशबू से भी चर्च महकेंगे।
क्रिसमस को लेकर एक पौराणिक कथा है। कहते हंै कि परमात्मा ने मैरी नामक लड़की के पास गैब्रियल नामक दूत भेजा। गैब्रियल ने कहा कि वह प्रभु के पुत्र को जन्म देगी। इसके बाद प्रभु यीशु का जन्म हुआ। सेंट जॉन्स चर्च के पादरी जेपी सिंह बताते हैं कि क्रिसमस के दौरान प्रभु की प्रशंसा में लोग कैरल गाते हैं और घर-घर जाकर प्यार, भाईचारे और सेवा का संदेश देते हैं। लोग प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में घरों को क्रिसमस ट्री से सजाते हैं।
परमात्मा ने जनकल्याण के लिए अपने इकलौते पुत्र प्रभु यीशु को हमारे बीच भेजा था। वह दया, प्रेम, क्षमा और धैर्य के अवतार थे। उनका यही संदेश था कि मनुष्य एक-दूसरे से ऐसे ही प्रेम करे, जैसे परमात्मा ने किया है। परमेश्वर एक है और वह कभी भेदभाव नहीं करता।
मॉरीसन मेमोरियल चर्च के पादरी पीजे सिंह बताते हैं कि इन दिनों कैरल के संगीत से वातावरण आलोकित है। 24 दिसंबर की रात प्रभु के आगमन को प्रार्थना होगी और 25 दिसंबर यानी क्रिसमस के दिन प्रभु का संदेश दिया जाएगा।
Source: Weekly Horoscope 2015
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