सनातन धर्म की धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत को संजोने वाले माघ मेला में हर जगह श्रद्धालुओं को कुछ खास नजर आएगा। चार सेक्टर व 15 सौ बीघा में बस रहे मेला में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को योग, ध्यान के साथ गाय, गंगा की रक्षा, स्वदेशी अपनाने की सीख भी मिलेगी। परेड ग्राउंड में जहां खादी ग्रामोद्योग और गंगा प्रदूषण मुक्ति सहित दो दर्जन से अधिक शिविर लगेंगे। वहीं सेक्टर दो और तीन आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
मेला क्षेत्र के सेक्टर दो में साढ़े तीन सौ और सेक्टर तीन में पांच सौ बीघा में मेला बस रहा है। मेला प्रशासन के मुताबिक त्रिवेणी मार्ग के एक ओर सेक्टर दो में जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती, जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, वाहे गुरु, रमेश तांत्रिक, क्रियायोग अनुसंधान संस्थान, धर्म संघ, शंकर चैतन्य समेत विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के शिविर लग रहे हैं। वहीं सेक्टर दो में गंगा प्रदूषण नियंत्रण प्रदर्शनी का आयोजन करेगी। इसी सेक्टर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के शिविर भी होंगे।
सेक्टर तीन में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, प्रबलजी महाराज, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, स्वामी अधोक्षजानंद और खाक चौक के संतों के शिविर लग रहे हैं। इन शिविरों में सुबह से लेकर रात तक कथा, प्रवचन, रासलीला व योग की कक्षाएं चलेंगी।
मेला क्षेत्र के सेक्टर दो में साढ़े तीन सौ और सेक्टर तीन में पांच सौ बीघा में मेला बस रहा है। मेला प्रशासन के मुताबिक त्रिवेणी मार्ग के एक ओर सेक्टर दो में जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती, जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, वाहे गुरु, रमेश तांत्रिक, क्रियायोग अनुसंधान संस्थान, धर्म संघ, शंकर चैतन्य समेत विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के शिविर लग रहे हैं। वहीं सेक्टर दो में गंगा प्रदूषण नियंत्रण प्रदर्शनी का आयोजन करेगी। इसी सेक्टर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के शिविर भी होंगे।
सेक्टर तीन में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, प्रबलजी महाराज, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, स्वामी अधोक्षजानंद और खाक चौक के संतों के शिविर लग रहे हैं। इन शिविरों में सुबह से लेकर रात तक कथा, प्रवचन, रासलीला व योग की कक्षाएं चलेंगी।
Source: Weekly Horoscope 2015
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