आधार शिविर कटड़ा में इस समय मां के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की आमद कम है। प्रतिदिन करीब दस हजार श्रद्धालु ही मां के दर्शन के लिए आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट के कारण कटड़ा के सभी प्रमुख स्थलों, जहां पर श्रद्धालुओं की खूब चहल पहल दिखाई देती थी, आज वहां इक्का-दुक्का लोग ही दिखते हैं। भारी मंदी की वजह से सभी गेस्ट हाउस व धर्मशालाएं खाली नजर आ रही हैं। बाजार में भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। भारी मंदी के चलते व्यापारी वर्ग भी निराश हैं। हालांकि श्राइन बोर्ड प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए प्राकृतिक गुफा खोल दी है। ताकि मां के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो सके।
आम तौर पर दिसंबर महीने में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आधार शिविर कटड़ा में देखने को मिलती थी। लेकिन इस बार एक सप्ताह दिसंबर माह का एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नजर आ रही है। अब श्राइन बोर्ड प्रशासन व व्यापारी वर्ग की नजर होने वाली बर्फबारी पर टिकी है। यदि समय पर बर्फबारी हो जाती है तो श्रद्धालुओं की संख्या में बढोतरी हो सकती है।
श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट के कारण कटड़ा के सभी प्रमुख स्थलों, जहां पर श्रद्धालुओं की खूब चहल पहल दिखाई देती थी, आज वहां इक्का-दुक्का लोग ही दिखते हैं। भारी मंदी की वजह से सभी गेस्ट हाउस व धर्मशालाएं खाली नजर आ रही हैं। बाजार में भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। भारी मंदी के चलते व्यापारी वर्ग भी निराश हैं। हालांकि श्राइन बोर्ड प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए प्राकृतिक गुफा खोल दी है। ताकि मां के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो सके।
आम तौर पर दिसंबर महीने में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आधार शिविर कटड़ा में देखने को मिलती थी। लेकिन इस बार एक सप्ताह दिसंबर माह का एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नजर आ रही है। अब श्राइन बोर्ड प्रशासन व व्यापारी वर्ग की नजर होने वाली बर्फबारी पर टिकी है। यदि समय पर बर्फबारी हो जाती है तो श्रद्धालुओं की संख्या में बढोतरी हो सकती है।
Source: Rashifal 2015
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