अपराधियों
से दोस्ती एनआईए अफसर तंजील अहमद की मौत का सबब बन गयी। ज्यादा पैसा कमाने
की ललक में उन्होंने अपराधियों को संरक्षण देना शुरू कर दिया था। जांच में
जुटी पुलिस टीमों की मानें तो प्रॉपर्टी के अलावा उन्हें पुलिस से बचाने
के लिए वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल भी करते थे। गांव के ही अपराधी
प्रवृत्ति के मुनीर का इस्तेमाल करके उन्होंने कई संपत्तियां हासिल की। बाद
में दोनों के बीच कई मामलों को लेकर अनबन शुरू हो गयी। नतीजतन, मुनीर ने
तंजील को ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने इस मामले में मुनीर के पिता, घटना के
दौरान बाइक चला रहे रियान तथा मुखबिरी करने वाले जैनुल उर्फ 'जैनी' को
हिरासत में ले लिया है। वहीं, तंजील पर गोलियां बरसाने वाले हिस्ट्रीशीटर
मुनीर, घटना में इस्तेमाल असलहों व बाइक की तलाश जारी है.
घटना के बाद घर आया था मुनीर
तंजील अहमद की हत्या की जांच में जुटी एसटीएफ को सुराग मिले हैं कि उनका अपराधी मुनीर से पुराना नाता था। दोनों के बीच कारोबारी रिश्ते भी थे। गांव और आसपास की तमाम विवादित संपत्तियां खरीदने में मुनीर एनआईए अफसर तंजील की मदद करता था। पता चला कि तंजील ने हत्या के एक मामले में नाम हटवाने के लिए मुनीर से बड़ी रकम भी ली थी लेकिन यह काम नहीं हुआ। इस बीच एक संपत्ति को लेकर भी दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। एसटीएफ ने इस दिशा में जांच शुरू की तो मामले की पर्ते उधड़ती चली गयी। इसके बाद एसटीएफ ने मुनीर के पिता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच बोलना शुरू कर दिया। उसने बताया कि घटना के बाद मुनीर घर आया था। उसने बताया कि मैंने तंजील को मार दिया है। इसके बाद वह फरार हो गया।
जैनुल को दिया था बैग
तंजील को ठिकाने लगाने के लिए मुनीर ने रियान की मदद ली। रियाल को तंजील का रिश्तेदार बताया जा रहा है। वहीं, जैनुल उसे मुनीर की लोकेशन के बारे में सूचनाएं दे रहा था। जैसे ही तंजील अपने परिवार के साथ सहसपुर के लिए निकले, मुनीर ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। सहसपुर के समीप पहुंचने पर रियान ने तंजील की गाड़ी को ओवरटेक किया और मुनीर ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। अचानक एक पिस्टल फंसने के बाद मुनीर ने दूसरी पिस्टल निकाल कर फायर किए। इसी आपाधापी में चार गोलियां तंजील की पत्नी फरजाना को भी लग गयी। मुनीर ने .32 बोर की दो व नाइन एमएम की एक पिस्टल से वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद मुनीर अपने घर आ गया और अपने पिता को घटना की जानकारी दी। इसके बाद जैनुल ने मुनीर को एक बैग दिया और वह फरार हो गया। Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/
घटना के बाद घर आया था मुनीर
तंजील अहमद की हत्या की जांच में जुटी एसटीएफ को सुराग मिले हैं कि उनका अपराधी मुनीर से पुराना नाता था। दोनों के बीच कारोबारी रिश्ते भी थे। गांव और आसपास की तमाम विवादित संपत्तियां खरीदने में मुनीर एनआईए अफसर तंजील की मदद करता था। पता चला कि तंजील ने हत्या के एक मामले में नाम हटवाने के लिए मुनीर से बड़ी रकम भी ली थी लेकिन यह काम नहीं हुआ। इस बीच एक संपत्ति को लेकर भी दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। एसटीएफ ने इस दिशा में जांच शुरू की तो मामले की पर्ते उधड़ती चली गयी। इसके बाद एसटीएफ ने मुनीर के पिता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच बोलना शुरू कर दिया। उसने बताया कि घटना के बाद मुनीर घर आया था। उसने बताया कि मैंने तंजील को मार दिया है। इसके बाद वह फरार हो गया।
जैनुल को दिया था बैग
तंजील को ठिकाने लगाने के लिए मुनीर ने रियान की मदद ली। रियाल को तंजील का रिश्तेदार बताया जा रहा है। वहीं, जैनुल उसे मुनीर की लोकेशन के बारे में सूचनाएं दे रहा था। जैसे ही तंजील अपने परिवार के साथ सहसपुर के लिए निकले, मुनीर ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। सहसपुर के समीप पहुंचने पर रियान ने तंजील की गाड़ी को ओवरटेक किया और मुनीर ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। अचानक एक पिस्टल फंसने के बाद मुनीर ने दूसरी पिस्टल निकाल कर फायर किए। इसी आपाधापी में चार गोलियां तंजील की पत्नी फरजाना को भी लग गयी। मुनीर ने .32 बोर की दो व नाइन एमएम की एक पिस्टल से वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद मुनीर अपने घर आ गया और अपने पिता को घटना की जानकारी दी। इसके बाद जैनुल ने मुनीर को एक बैग दिया और वह फरार हो गया। Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/
No comments:
Post a Comment