Friday, April 22, 2016

जंक्शन से गायब हुआ डीलक्स रूम

 बरेली जंक्शन में रेलवे अधिकारियों ने कारगुजारी की एक अलग ही मिसाल पेश की है। कारनामा भी ऐसा जिसने रेलमंत्री सुरेश प्रभु की रेलवे में ऑनलाइन सिस्टम में ही सेंध लगा दी। मुसाफिरों को जंक्शन पर ठहराने के लिए रिटायरिंग रूम की जो व्यवस्था है, उसमें डीलक्स कटेगरी रूम को ही पूरी तरह गायब कर दिया है। प्लेटफॉर्म 1 पर डीलक्स रूम अब भी मौजूद है। लेकिन रेलवे की वेबसाइट में इसे हटा दिया गया है। मुसाफिर न तो ऑनलाइन बुकिंग के तहत डीलक्स रूम में जगह पा सकते हैं, न ही उन्हें इस बात की जानकारी है कि डीलक्स रूम कटेगरी के तहत भी रिटायरिंग रूम के लिए अप्लाई किया जा सकता है। डीलक्स रूम खाली होने के बावजूद मुसाफिरों को प्लेटफॉर्म पर ही ट्रेन के लिए इंतजार करने की मजबूरी उठानी पड़ती है.

पहले होती थी बुकिंग

जंक्शन पर ट्रेनों का इंतजार करने के दौरान मुसाफिरों के आराम करने के लिए रिटायरिंग रूम व वेटिंग रूम की व्यवस्था है। जंक्शन पर दो वेटिंग रूम है। वहीं आराम करने व सोने के लिए एक डॉरमेट्री, दो जनरल रिटायरिंग रूम और एक एसी रूम की व्यवस्था है। एसी रूम के ठीक बगल में ही डीलक्स रूम है, जिसमें एसी की सुविधा है। पिछले साल तक डीलक्स रूम समेत सभी रिटायरिंग रूम की बुकिंग ऑफलाइन प्रोसेस से होती थी। लेकिन 1 जनवरी 2016 से देश भर में रिटायरिंग रूम की ऑनलाइन बुकिंग की शुरुआत के बाद डीलक्स रूम की बुकिंग होनी बंद हो गई.

वीआईपी की होती है खातिरदारी

जंक्शन की इस डीलक्स रूम की आम मुसाफिरों के लिए बुकिंग पूरी तरह बंद करने की वजह खास लोगों को मेहमान नवाजी करना है। सोर्सेज के मुताबिक जंक्शन आने वाले तमाम वीआईपी लोगों को डीलक्स रूम में आराम कराया जाता है। इनमें रेलवे के बड़े अधिकारियों समेत सांसद, मंत्री और अन्य वीआईपी शामिल हैं। इनकी खातिरदारी और आराम में खलल न पड़े इसलिए रेलवे अधिकारियों की ओर से डीलक्स रूम को बुकिंग प्रोसेस से ही पूरी तरह गायब कर दी है। जिससे डीलक्स रूम के रिजर्व होने का झंझट ही सिरे से खत्म हो जाए। खुद रेलवे के अधिकारी इस हकीकत को मान रहे। Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

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