Saturday, May 31, 2014

Heavy problem and diseases in kanpur

सिटी में लोग जो पानी पी रहे हैं वह उन्हें बीमार कर रहा है. डायरिया, वॉयरल फीवर, ज्वाइंडिस के बाद पेट से संबंधी गैस्ट्रोइंट्राइटिस के पेशेंट्स भी सिटी में फ्0 फीसदी तक बढ़ गए हैं. हैलट और उर्सला दोनों ओपीडी में रोजाना क्00 से ज्यादा पेशेंट्स में इस बीमारी के सिम्पटम्स पाए जा रहे हैं. गैस्ट्रोइंट्राइटिस की मुख्य वजह वायरस, बैक्टीरिया और पैरासाइड्स हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक गर्मी जैसे-जैसे बढ़ रही है, इसके पेशेंट्स भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके अलावा वायरल और हेपेटाइटिस के पेशेंट्स की संख्या भी बढ़ी है.

खराब पानी बढ़ा रहा गैस्ट्रोइंट्राइटिस के पेशेंट

पेट की बीमारी गैस्ट्रोइंट्राइटिस के पेशेंट की संख्या बढ़ने की सबसे बड़ी वजह खराब पानी है. मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विशाल गुप्ता बताते हैं कि एक्यूट गैस्ट्रोइंट्राइटिस को मूल रूप से पेट का फ्लू कहा जाता है. यह खास तौर पर ज्यादा ऑयली और मसालेदार खाना खाने और प्रदूषित पानी पीने से होती है. लेकिन मौजूदा दौर में जो पेशेंट हा रहे हैं वह बैक्टीरियल गैस्ट्रोइंट्राइटिस से पीडि़त हैं, जो ज्यादातर प्रदूषित पानी के कारण ही होता है. इससे पेशेंट के पेट में दर्द, दस्त, बुखार, पेट में एठन और डिहाईड्रेशन शुरू हो जाता है.

खराब वॉटर सप्लाई ने बढ़ाई मुश्किल

हैलट और उर्सला में गैस्ट्रोइंट्राइटिस के पेशेंट्स ज्यादातर शहर के पुराने मोहल्लों से आ रहे हैं. इसमें चमनगंज, मूलगंज, ग्वालटोली, कर्नलगंज जैसे मोहल्ले शामिल हैं. यहां पर वॉटर सप्लाई की लाइनें काफी पुरानी हैं और संकरी गलियों में तो सीवर लाइन के साथ वॉटर सप्लाई लाइन भी पड़ी हुई हैं. इस वजह से जो पानी घरों में सप्लाई हो रहा है, वह प्रदूषित है.

फॉर योर इंफार्मेशन

-साफ पानी पिएं, हो सके तो ब्वॉयल पानी प्रयोग करें

-भागदौड़ की बजाय घर पर आराम करें

-ग्लूकोज और नींबू पानी पिएं

- ऑयली और मसालेदार खाने से परहेज करें

- एंटीबॉयोटिक दवा का यूज बिना डॉक्टर की सलाह के न करें

Source: Kanpur News

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