सुबह 3 बजे जागा याकूब:
गुनहगार याकूब मेमम को सुबह 3 बजे य़ाकूब को उठाया गया। उसके बाद उसने नहाने के बाद नए सफेद कपड़े पहने।
नाश्ता ठीक से नहीं किया:
करीब 3.25 बजे करीब उसे उसका मनपसंद नाश्ता दिया गया हालांकि उसने ठीक से नाश्ता नहीं किया। फिर उसने प्रार्थना की।
चेहरे पर उदासी छाई रही:
इसके बादि 4.30 बजे बैरक के बाहर निकाला गया और उसे तहखाने तक ले जाया गया। उस समय याकूब के चेहरे पर उदासी छाई थी। See more..http://inextlive.jagran.com/today-yakub-memon-hanging-in-nagpur-jail-201507300008
गुनहगार याकूब मेमम को सुबह 3 बजे य़ाकूब को उठाया गया। उसके बाद उसने नहाने के बाद नए सफेद कपड़े पहने।
नाश्ता ठीक से नहीं किया:
करीब 3.25 बजे करीब उसे उसका मनपसंद नाश्ता दिया गया हालांकि उसने ठीक से नाश्ता नहीं किया। फिर उसने प्रार्थना की।
चेहरे पर उदासी छाई रही:
इसके बादि 4.30 बजे बैरक के बाहर निकाला गया और उसे तहखाने तक ले जाया गया। उस समय याकूब के चेहरे पर उदासी छाई थी। See more..http://inextlive.jagran.com/today-yakub-memon-hanging-in-nagpur-jail-201507300008
Source: India Hindi News
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