21 अगस्त को रिलीज
फिल्म मांझी: द माउंटेन मैन के रूप में फिल्ममेकर केतन मेहता कम बजट में मजबूत और धमाकेदार फिल्म लाने का दावा कर रहे हैं। यह फिल्म गया के अतरी प्रखंड के गेहलौर में पहाड़ काटकर रास्ता बनाने वाले दशरथ मांझी पर बनी है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर भी रिलीज किया गया है। इसका ट्रेलर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। इसके साथ ही अब इस फिल्म की स्क्रीनिंग की तैयार हो रही है। कहा जा रहा है इस गेहलोर घाटी में इस फिल्म की अधिकांश शूटिंग होने से इसकी स्क्रीनिंग भी वहीं पर की जाएगी। सूत्रों की माने तो यह फिल्म आगामी 21 अगस्त को रिलीज हो जाएगी। इस फिल्म में मुख्य किरदार दशरथ मांझी के रूप में नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आएंगे। वहीं उनकी पत्नी फगुनिया की भूमिका अभिनेत्री राधिका आप्टे निभा रही हैं।
डायलॉग दिल को छूने वाले
फिल्म में खूबसूरत और गंभीर डायलॉगों के जरिए दशरथ मांझी की जिजीविषा को पेश किया गया है। जिसमें 'भगवान के भरोसे मत बैठिए. क्या पता भगवान हमरे भरोसे बैठा हो' या फिर 'जब तक तोड़ेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं' जैसे डायलॉग दर्शकों के दिल को छूने वाले हैं। वहीं इस फिल्म को लेकर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अभिनेत्री राधिका आप्टे भी काफी खुश नजर आ रही हैं। गौरतलब है कि दशरथ मांझी ने 1960 में एक हथौड़े के सहारे पहाड़ को तोड़ना शुरु किया। इस दौरान उन्होंने बिना किसी की मदद के इस काम को पूरा किया। जिममें मेहनत के बूते पर 1982 तक उन्होंने पहाड़ का सीना चीर दिया और रास्ता बना दिया था।
Source : Hindi News Today from Bollywood News
फिल्म मांझी: द माउंटेन मैन के रूप में फिल्ममेकर केतन मेहता कम बजट में मजबूत और धमाकेदार फिल्म लाने का दावा कर रहे हैं। यह फिल्म गया के अतरी प्रखंड के गेहलौर में पहाड़ काटकर रास्ता बनाने वाले दशरथ मांझी पर बनी है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर भी रिलीज किया गया है। इसका ट्रेलर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। इसके साथ ही अब इस फिल्म की स्क्रीनिंग की तैयार हो रही है। कहा जा रहा है इस गेहलोर घाटी में इस फिल्म की अधिकांश शूटिंग होने से इसकी स्क्रीनिंग भी वहीं पर की जाएगी। सूत्रों की माने तो यह फिल्म आगामी 21 अगस्त को रिलीज हो जाएगी। इस फिल्म में मुख्य किरदार दशरथ मांझी के रूप में नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आएंगे। वहीं उनकी पत्नी फगुनिया की भूमिका अभिनेत्री राधिका आप्टे निभा रही हैं।
डायलॉग दिल को छूने वाले
फिल्म में खूबसूरत और गंभीर डायलॉगों के जरिए दशरथ मांझी की जिजीविषा को पेश किया गया है। जिसमें 'भगवान के भरोसे मत बैठिए. क्या पता भगवान हमरे भरोसे बैठा हो' या फिर 'जब तक तोड़ेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं' जैसे डायलॉग दर्शकों के दिल को छूने वाले हैं। वहीं इस फिल्म को लेकर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अभिनेत्री राधिका आप्टे भी काफी खुश नजर आ रही हैं। गौरतलब है कि दशरथ मांझी ने 1960 में एक हथौड़े के सहारे पहाड़ को तोड़ना शुरु किया। इस दौरान उन्होंने बिना किसी की मदद के इस काम को पूरा किया। जिममें मेहनत के बूते पर 1982 तक उन्होंने पहाड़ का सीना चीर दिया और रास्ता बना दिया था।
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